दोस्ती की खातिर अपने ही सैनिकों को मौत के मुंह में धकेलेगा तालिबान
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान से आ रही धमकियों के बीच अब तालिबान एक बड़ा कदम उठाने जा रहा हैं। तालिबान आधिकारिक तौर पर आत्मघाती हमलावरों को अपनी सेना में शामिल करेगा। आपको बता दें सत्ता में आने के बाद तालिबान अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान ने खतरा महसूस करने लगा हैं। जिसके चलते अब अफगान की तालिबान सरकार अब ये कदम उठाने जा रही हैं। और वह अपने तालिबान विशेष दस्ता सेना में आत्मघाती हमलावरों को भर्ती करने वाली हैं।
इधर मित्र कहे जाने वाले पाकिस्तान और तालिबान सरकार के बीच बाड़ लगाने के चलते दुश्मनी बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान डूरंड रेखा पर बाड़ लगाने का काम कर रहा है। तालिबान उनके खिलाफ पाक की लगाई बाड़ को उखाड़ने में लगा हैं। जिस पर पाक का मानना है कि पाक सैनिकों का खून बाड़ लगाने बहा हैं। ये काम नहीं रूकेगा,जिसके विरोध में तालिबान शासित अफगान सरकार का कहना है कि पाकिस्तान को बाड़ नहीं लगाने देंगे। टोलो न्यूज से बात करते हुए तालिबान कमांडर मावलवी सनाउल्लाह संगीन ने कहा कि हम किसी भी हालत में बाड़ लगाने की अनुमति नहीं देंगे। पाकिस्तान ने पहले जो किया वो किया, अब नहीं करने देंगे।
आपको बता दें करीब दो दशक से तालिबान के आत्मघाती हमलावरों ने अमेरिकी और अफगानी सैनिकों को मात देने के लिए उनका डटकर सामना किया। तालिबान ने आत्मघाती हमलावरों का इस्तेमाल एक अहम हथियार के रूप में किया। अब सत्ता में आने के बाद तालिबान ऐसे हमलावरों को अपनी लड़ाकू सैना में करना चाहती हैं। तालिबान अपनी और अफगानिस्तान की रक्षा करने के लिए बिखरे पड़े सभी हमलावरों को एक सियासी शक्ति के रूप में शामिल करना चाहता है।
तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने विशेष दस्ते की जानकारी देते हुए कहा कि विशेष बल के अभियान में उन्हें शामिल किया जाएगा जो शहादत देने की इच्छा रखते है।
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