दलितों के बहिष्कार के विरोध में जींद में प्रदर्शन आज: जिला मुख्यालय पर भीम आर्मी के बैनर तले जुटेंगे अनुसूचित जाति संगठन, छातर गांव में 150 परिवारों को किया गया समाज से बाहर
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जींद12 मिनट पहले
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जींद जिला सचिवालय, जहां प्रदर्शन किया जाना है।
हरियाणा के जींद जिले के छात्तर गांव में दलितों के सामाजिक बहिष्कार के विरोध में शनिवार दोपहर 12 बजे भीम आर्मी के बैनर तले अनुसूचित जाति संगठन लघु सचिवालय पर जुटेंगे। इस दौरान विरोध प्रदर्शन करते हुए डीसी कार्यालय का घेराव किया जाएगा। उधर, बसपा का एक प्रतिनिधिमंडल भी दोपहर करीब 1 बजे डीसी नरेश नरवाल को ज्ञापन सौंपेगा, जिसमें मांग की जाएगी कि छात्तर गांव में हुई घटना की पुनरावृत्ति न हो और दलित समुदाय के लोगों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
प्रतिनिधिमंडल में जिला प्रधान धर्मवीर भुक्कल, जिला प्रभारी अनिल रंगा व देशराज सरोहा सहित वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल रहेंगे। छात्तर गांव में हुए दलितों के सामाजिक बहिष्कार का मामला सामने आने के बाद से ही भीम आर्मी सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारी जिले के गांव-गांव में मुहिम चला रहे हैं, ताकि 16 अक्टूबर शनिवार को डीसी कार्यालय के घेराव में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो सके और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके। वहीं विरोध प्रदर्शन पर जिला प्रशासन की भी पैनी नजर है। इसलिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए सादी वर्दी में पुलिस कर्मी भी तैनात किए गए हैं।
जींद जिले के छातर गांव के मांगु बागड़ मोहल्ले में कई दलित परिवार रहते हैं।
पुतला भी फूंकेंगे और अनिश्चित कालीन धरने के आसार
भीम आर्मी के बैनर तले हो रहे इस विरोध प्रदर्शन के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सीएम मनोहर लाल खट्टर के पुतले भी फूंके जाएंगे। भीम आर्मी की प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य संदीप बराह ने बताया कि डीसी को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। भीम आर्मी के प्रदेश कमल कुमार बराड़ा भी प्रदर्शन में विशेष तौर पर शामिल होंगे। विरोध प्रदर्शन के दौरान विशेष तौर पर छात्तर गांव की घटना के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग सहित पीड़ितों को सुरक्षा देने की मांग की जाएगी। इसी प्रकार खापड़ गांव की अबोध बालक की पिटाई की घटना के दोषी सभी 10 लोगों की गिरफ्तारी तथा वहां किए गए सामाजिक बहिष्कार के आरोपियाें के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी गिरफ्तारी की मांग प्रमुखता से उठाई जाएगी। मौके पर ही तय करेंगे कि धरना अनिश्चितकालीन जारी रखा जाए या नहीं।
छात्तर गांव के लिए डीसी रवाना
छात्तर गांव में सामाजिक बहिष्कार के मामले और दलित संगठनों के प्रदर्शन के दृष्टिगत डीसी नरेश नरवाल करीब 10 बजे जिला मुख्यालय से निकल पड़े। समाचार लिखे जाने तक वे अभी छात्तर गांव में नहीं पहुंचे थे। उनके इस दौरे को पीड़ितों को मनाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि काफी पीड़ित परिवार गांव से जींद में होने वाले प्रदर्शन में भाग लेने के लिए निकल चुके हैं।
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