जी-20 में तालिबान सरकार के समर्थन में बोला चीन, खत्म होने चाहिए आर्थिक प्रतिबंध

जी-20 में तालिबान सरकार के समर्थन में बोला चीन, खत्म होने चाहिए आर्थिक प्रतिबंध

[ad_1]

चीनी विदेश मंत्री वांग यी का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के वित्तीय समर्थन के बिना अफगानिस्तान में शांति और पुनर्निर्माण की कल्पना नहीं की जा सकती है, इसलिए अफगानिस्तान से सभी वित्तीय प्रतिबंध तत्काल हटने चाहिए। अफगानिस्तान पर G20 की वर्चुअल बैठक में वीडियो लिंक के माध्यम से वांग यी के भाषण का हवाला देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि प्रतिबंधों को सौदेबाजी के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

वांग यी ने कहा, “आर्थिक प्रतिबंध खत्म होने चाहिए। अफगानिस्तान पर विभिन्न एकतरफा प्रतिबंध जल्द से जल्द हटा दिए जाने चाहिए।” उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार उनकी राष्ट्रीय संपत्ति है, जो वहां के लोगों के लिए होनी चाहिए और उन्हीं के द्वारा उपयोग की जानी चाहिए। ऐसे में अफगानिस्तान पर राजनीतिक दबाव डालने के लिए सौदेबाजी नहीं की जानी चाहिए।”

जी 20 सम्मेलन में वांग यी ने सभी सदस्यों से अफगानिस्तान को दबाव मुक्त करने के लिए सक्रिय होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को भी अफगानिस्तान की गरीबी को कम करने, सतत विकास, लोगों की आजीविका और विकास परियोजनाओं के लिए वित्तीय मदद करनी चाहिए।” 

वांग यी ने जी 20 से अफगानिस्तान की मदद करने के अपने प्रयासों में तेजी लाने का भी आह्वान किया। चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि अफगान तालिबान ने एक अंतरिम सरकार की स्थापना की घोषणा की है, जिसका अर्थ है कि उनकी घरेलू और विदेश नीतियों को अभी भी समायोजित किया जा रहा है और अभी पूरी तरह से अंतिम रूप नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान के लोगों द्वारा स्वतंत्र रुप से चुनी गई सरकार का समर्थन करना चाहिए.

वांग यी ने कहा कि चीन ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की थी कि वह अफगानिस्तान को 200 मिलियन युआन (30.96 मिलियन डॉलर) मूल्य का अनाज, टीका और अन्य दवाएं तत्काल उपलब्ध कराएगा. जिसमें कोविड -19 टीकों की शुरुआती 3 मिलियन खुराक भी शामिल हैं। चीनी राजनयिक ने कुछ देशों से आग्रह भी किया कि अफगानिस्तान में वर्तमान कठिन परिस्थिति को अपनी जिम्मेदारियों समझे और अफगान लोगों की मदद के लिए ठोस प्रयास करें।

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *