खट्टर ने कहा- जल्द खुल जाएंगे दिल्ली के बॉर्डर: CM मनोहर लाल का केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात के बाद दावा, किसानों को संतुष्ट किए बिना रास्ते खोलने के रोडमैप पर साधी चुप्पी
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- After Meeting Union Home Minister Amit Shah Again Today, There Was Talk Of Opening Of Borders, But How The Roads Will Open Without Satisfying The Farmers, There Is No Answer To This
रोहतक9 घंटे पहले
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हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने 9 अक्टूबर को नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। गृहमंत्री से मुलाकात के बाद बाहर निकलकर CM ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि किसान आंदोलन की वजह से सालभर से बंद पड़े दिल्ली के बॉर्डर जल्दी ही खुल जाएंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हरियाणा के सीएम मनोहर लाल।
अमित शाह से मिलकर निकले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्री से कई मुद्दों पर बात की। इनमें हरियाणा में जगह-जगह चल रहे किसानों के धरना-प्रदर्शन की संक्षिप्त जानकारी भी शामिल रही। इसके जवाब में गृहमंत्री ने दिल्ली की सीमाएं जल्दी खुलने की बात कही। सीएम ने कहा, मैंने आज अमित शाह से मुलाकात की। हमने उन्हें सिंघु और टिकरी बॉर्डर खोलने के मुद्दे पर जानकारी दी। हरियाणा में कई जगह हो रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के बारे में भी बताया। मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही सीमाएं खोल दी जाएंगी।
व्यापारियों से मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट।
बॉर्डर खोलने के रोडमैप पर कुछ नहीं बोले CM
जब पत्रकारों ने पूछा कि बॉर्डर खुलने का रोडमैप क्या है? क्या किसानों से बातचीत दोबारा शुरू की जाएगी? या किसानों को संतुष्ट किए बिना ही रास्ते खुलवाए जाएंगे? तो सीएम ने कोई जबाब नहीं दिया। गौरतलब है कि इससे पहले भी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कई बार दिल्ली के बॉर्डर जल्दी खुलने की बात कह चुके हैं।
दिल्ली बॉर्डर खुलवाने के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते व्यापारी।
हरियाणा सरकार की कमेटी की बैठक में नहीं आए किसान
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जानकारी दी कि सिंघु बॉर्डर से एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने आया था। सिंघु बॉर्डर और उसके आसपास के गांवों के लोगों की लगातार मांग है कि बॉर्डर खोले जाएं। सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले में सुनवाई जारी है। सिंघु बॉर्डर बंद रहने की वजह से जो छोटे-मोटे वैकल्पिक रास्ते हैं वह ट्रैफिक के अत्याधिक दबाव की वजह से खराब हो चुके हैं। तमाम विभागों को उनकी मरम्मत के आदेश दिए गए हैं। हरियाणा के गृह सचिव के नेतृत्व में बनाई गई कमेटी की जो बैठक हुई, उसमें किसान नहीं आए। अब सुप्रीम कोर्ट ने किसान संगठनों को पक्षकार बनाया है। जब वह लोग कोर्ट में आएंगे तो कुछ समाधान निकलेगा।
व्यापारियों के साथ मीटिंग करते मुख्यमंत्री मनोहर लाल।
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