काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण ऐतिहासिक होगा: काशी में तीन दिन ‘शिव दिवाली’; 7 लाख घरों में प्रसाद भेजा जाएगा, एक महीने तक हर रोज बड़े कार्यक्रम होंगे
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वाराणसी7 मिनट पहलेलेखक: चंदन पांडेय
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12 टन फूलों से सजेगा परिसर, 11 लाख दीप दमकेंगे, सोमवार को लोकार्पण, हर घर में दीप प्रज्वलन।
श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर भक्तों को अपनी दिव्यता का एहसास कराने के लिए तैयार है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे जनता को समर्पित करेंगे। शिव की नगरी काशी में 12, 13 और 14 दिसंबर को देव दिवाली जैसा माहौल दिखेगा। काशी के सभी प्रमुख मंदिरों की विशेष सजावट की जा रही है। 13 दिसंबर को हर घर में दीप प्रज्वलन होगा।
पूरे कॉरिडोर को बाबा विश्वनाथ की पसंद के 12 टन फूलों से सजाया जाएगा। इसके लिए मदार, गुलाब, गेंदा आदि फूलों की खेप दूसरे राज्यों और विदेशों से मंगाई जा रही है। पूरी काशी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इस दिन 11 लाख दीपों से काशी दमकेगा। लोकार्पण के बाद काशी के हर घर में बाबा का प्रसाद भेजने की व्यवस्था की जा रही हैै।
13 दिसंबर से 12 जनवरी तक श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के अंदर 30 बड़े कार्यक्रम होंगे। संस्कृति आयोजनों के सह प्रभारी अश्वनी पांडेय बताते हैं, सभी रास्ते, चौराहों, मंदिरों, गंगा तट पर भव्य सजावट की तैयारी है। गंगा के किनारों को लाइटिंग और दीयों से सजाएंगे। नावों पर और गंगा किनारे की इमारतों पर विशेष लाइटिंग होगी। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए देश भर के संत, महात्मा, विद्वतजन आने वाले हैं। देश के सभी 12 ज्योतिर्लिंग और 51 सिद्धपीठों के पुजारी भी शामिल होंगे।
14 दिसंबर को भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन भी काशी में होगा। 17 को देशभर के सभी महापौर काशी पहुंच रहे हैं। इस आयोजन पर बीएचयू के राजनीतिक विज्ञान संकाय के डीन प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा बताते हैं कि मोदी ने यह कॉरिडोर बनाकर सनातन धर्मावलंबियों में छवि मजबूत की है। सरकार चुनाव में भी विकास के इस मॉडल को पेश करेगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 8 मार्च 2019 को इसकी आधारशिला रखी थी। उस समय बजट 339 करोड़ था, बाद में इसे 800 करोड़ रुपए कर दिया गया।
कॉरिडोर में एक साथ 2 लाख लोग आ सकेंगे
- 33075 वर्ग फीट में मंदिर परिसर है। पूरा कॉरिडोर 5.2 लाख वर्ग फीट में बन रहा है।
- कॉरिडोर में मकराना, चुनार के लाल बलुआ पत्थर समेत 7 विशेष पत्थरों का इस्तेमाल।
- 24 भवन तैयार हैं। विश्राम गृह, म्यूजियम, सिक्योरिटी हाल व पुस्तकालय भी बन रहे हैं।
मोदी ललिता घाट से गंगा जल लेकर पैदल कॉरिडोर के रास्ते गर्भ गृह पहुंचेंगे
प्रधानमंत्री सोमवार को काशी पहुंचकर सबसे पहले काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के दरबार में हाजिरी लगाएंगे। क्रूज से ललिता घाट जाएंगे। मां गंगा को स्पर्श कर कमंडल में जल भरकर पैदल कॉरिडोर से गर्भगृह में पहुंचेंगे। अभिषेक के बाद 2 घंटे की पूजा के बाद लोकार्पण करेंगे।
51 हजार स्थानों व 11 अन्य ज्योतिर्लिंगों पर लाइव दिखेगा लोकार्पण
देशभर के 51 हजार स्थानों पर यह कार्यक्रम लाइव दिखाया जाएगा। इसके जरिए 135 करोड़ लोगों को कार्यक्रम से जोड़ने की तैयारी है। सभी 12 ज्योतिर्लिंगों और 51 सिद्धपीठों के पुजारी भी शामिल होंगे। लोकार्पण के बाद काशी के 7 लाख घरों में प्रसाद पहुंचाया जाएगा।
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