काबुल की फैक्ट्री में फंसे यूपी के 18 लोग: चंदौली के सूरज ने घरवालों को फोन पर कहा- कंपनी का मालिक पासपोर्ट लेकर भाग गया, यहां से जल्दी नहीं निकले तो मार दिए जाएंगे
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चंदौली17 मिनट पहले
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उत्तर प्रदेश के 18 लोग अभी काबुल में फंसे हैं। वे वहां एक स्टील फैक्ट्री में काम करते हैं। इन लोगों ने भारत सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है।
अफगानिस्तान के काबुल में सैकड़ों भारतीय फंसे हैं। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इसमें उत्तर प्रदेश के 18 लोग भी हैं। ये लोग अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित एक स्टील फैक्ट्री में काम करते हैं। इन लोगों ने भारत सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है।
काबुल में फंसे चंदौली के अमोघपुर गांव के सूरज ने घर पर फोन करके हालात के बारे में बताया है। सूरज ने कहा- उनके जैसे 18 भारतीय काबुल की एक स्टील कंपनी में फंसे हैं। सभी का पासपोर्ट कंपनी का मालिक लेकर भाग गया है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अगर जल्द यहां से नहीं निकाले गए तो हम सभी मारे जाएंगे।
काबुल से वापस लाए जा रहे लोग, अभी भी कई फंसे
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को देखते हुए भारत सरकार ने काबुल में भारतीय राजदूत रुदेंद्र टंडन और स्टाफ को वापस बुला लिया है। वायुसेना का ग्लोबमास्टर C-17 एयरक्राफ्ट काबुल से 150 लोगों को लेकर करीब 11.15 बजे गुजरात के जामनगर पहुंच चुका है। वहां से गाजियाबाद आएगा। भारतीय राजदूत भी इसी विमान से आए हैं। हालांकि, अभी भी बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं।
इससे पहले अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत रुदेंद्र टंडन ने जामनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि काबुल पर पूरी तरह तालिबान का कब्जा है। वहां से भारतीयों को लाने की कोशिशें जारी हैं। टंडन ने कहा कि भारत सरकार स्थिति पर नजर रखे है।
सूरज की पत्नी रेखा चौहान अपने पति की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं। उन्होंने बताया कि वह रोज फोन पर बात कर रही हैं।
गृह मंत्रालय ने इमरजेंसी वीजा शुरू किया
गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान से भारत आने वाले लोगों के लिए वीजा नियमों में बदलाव किया है। मौजूदा हालात को देखते हुए इलेक्ट्रॉनिक वीजा की एक नई कैटेगरी e-Emergency X-Misc Visa शुरू की है। अफगानिस्तान से भारत आने वाले लोगों को जल्द से जल्द वीजा मिल सके, इसके लिए यह सुविधा शुरू की गई है।
चंदौली के सूरज के परिवार ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनके बेटे को जल्द सुरक्षित वापस भारत लाया जाए।
सूरज के परिजनों को चिंता, सरकार से लगाई गुहार
परिजन ने सरकार से मांग की है कि सूरज को सुरक्षित वापस लाया जाए। परिजन सूरज के संपर्क में हैं और वीडियो कॉल से बात कर रहे हैं। वहां के हालात जानकर उन्हें डर सता रहा है। सूरज के पिता बुधिराम लकवे की बीमारी से ग्रस्त हैं। वह ज्यादा कुछ कह नहीं सकते, पर जब से पता चला है कि बेटा काबुल में फंसा है। उनकी आंखों में आंसू हैं। सूरज की 2014 में शादी हुई थी। उनकी पत्नी रेखा चौहान और 3 साल का बेटा है।
काबुल की स्टील कंपनी में फंसे भारतीय कर्मचारी वीडियो कॉल पर काबुल के हालातों के बारे में बता रहे हैं कि कैसे उनकी जिंदगी मुश्किल में फंस गई है।
काबुल में फंसे भारतीय कर्मचारी परिजनों के संपर्क में हैं।
वीडियो कॉल पर परिवार से बात करते हुए काबुल में फंसे भारतीय कर्मचारी।
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