करनाल में लाठीचार्ज का मामला: SDM सिन्हा के बाद अब हरियाणा पुलिस का इंस्पेक्टर भी विवाद में, लुधियाना में किसान नेता चढूनी बोले-JJP MLA के करीबी कर्मचारी पर कराएंगे पर्चा दर्ज
[ad_1]
लुधियाना8 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
लुधियाना में एमकेडी फ्रंट की तरफ से आयोजित एक समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी।
करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा के बाद हरियाणा पुलिस का इंस्पेक्टर हरजिंदर सिंह खैहरा भी चर्चा में आ गया है। लुधियाना पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा राज्य प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी ने आरोप लगाया है कि हरजिंदर खैहरा जेजेपी विधायक का भतीजा है और वहां के खेल मंत्री का खासमखास भी है, इसलिए उसने आगे होकर किसानों पर लाठियां भांजी हैं। वह एसडीएम के साथ-साथ इंसपेक्टर को बर्खास्त करने की भी मांग कर रहे हैं।
गुरनाम सिंह चढूनी रविवार को लुधियाना में एमकेडी फ्रंट की तरफ से आयोजित एक समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान गुरनाम सिंह चढूनी ने ऐलान किया है कि वह न तो पंजाब से और न ही हरियाणा से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि वह किसान विरोधी रियायती पार्टियों के खिलाफ हमख्याली लोगों को एकजुट कर रहे हैं। उनका मकसद सिर्फ किसानों के हक में खड़ी पार्टियों को एकजुट करके एक मंच पर लाना है, ताकि सरकारों को सबक सिखाया जा सके।
बता दें कि विवार को लुधियाना में एमकेडी फ्रंट की तरफ से आयोजित एक समारोह में गुरनाम सिंह चढ़ूनी हिस्सा लेने पहुंचे थे। इससे पहले लुधियाना में कारोबारियों के बने राजनैतिक दल ने चढूनी को अपना सीएम फेस बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद यह अटकलों का दौर शुरू हो गया था कि चढ़ूनी आगामी विधानसभा चुनाव में पूरी सक्रियता के साथ चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। हरियाणा के करनाल में शनिवार को हुए लाठीचार्ज की उन्होंने कड़ी निंदा की है।
उन्होंने कहा कि उनकी यूनियन हरियाणा सरकार से मांग करती है, जिस एसडीएम ने किसानों के सिर फोड़ने के आदेश दिए थे। उसके खिलाफ तुरंत मामला दर्ज होना चाहिए, ताकि ऐसे अधिकारियों को एक सबक मिल सके। उन्होंने लाठीचार्ज के दौरान एक सिख कमांडो की तरफ से लाठियां भांजने का वीडियो वायरल होने के सवाल पर कहा कि वह युवक हरियाणा में जेजेपी के विधायक का भतीजा है। वह उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने के लिए सरकार को लिखेंगे। वहीं खट्टर सरकार की तरफ से लाठीचार्ज को सही ठहराने की बात पर चढ़ूनी ने कहा कि सरकार का संतुलन बिगड़ चुका है। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करें। लेकिन इस गंभीर मुद्दे पर सोमवार को किसान यूनियन की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में हरियाणा सरकार की तरफ से की गई बर्बरता को लेकर तीखा संघर्ष करने का फैसला लिया जाएगा। अगला संघर्ष कैसा होगा इसकी रूपरेखा बैठक के बाद बताई जाएगी।
[ad_2]
Source link