करनाल में किसानों का धरना LIVE: सुबह 8 बजे पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बदलने से बढ़ी हलचल; राष्ट्रगान के साथ किसानों के धरने की शुरुआत, खाप पंचायतें पहुंचेंगी समर्थन देने
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करनाल2 मिनट पहले
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राष्ट्रगान के साथ धरने के चौथे के दिन की शुरुआत करते किसान।
करनाल जिला सचिवालय पर किसानों का धरना शुक्रवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया। धरने पर सुबह आठ बजे पुलिस वालों की ड्यूटी बदलने से हलचल शुरू हुई। किसानों ने राष्ट्रगान के साथ धरने की शुरुआत की।
एक दिन पहले ही पुलिस और पैरामिलिट्री कर्मियों की ड्यूटी शिफ्टों में बांटी गई। सुबह आठ बजे शिफ्ट खत्म होने पर रात की पाली के जवान गए और दिन की शिफ्ट वाले जवान आए। इस आवाजाही से ही धरने पर रौनक शुरू हो गई। इस दौरान किसानों की संख्या तो मात्र 150 से 200 ही रही। धीरे-धीरे ये संख्या बढ़ेगी।
किसानों ने चौथे दिन अपने धरने की शुरुआत राष्ट्रीय गान के साथ की। बसताड़ा टोल पर लाठीचार्ज में मरे सुशील काजल को याद किया। साथ ही उस घड़ी को याद किया जब पिपली में लाठीचार्ज हुआ था। आज उस लाठीचार्ज को एक साल पूरा हो गया है। तब से अब तक किसानों पर कई बार लाठीचार्ज हो चुका है।
धरने पर आए दिन अलग-अलग गांवों व शहरों से किसानों को समर्थन देने के लिए पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को प्रदेश की कई खाप पंचायतें समर्थन देने के लिए धरने पर पहुंचेगी।
40 कंपनी हैं तैनात
धरनास्थल व शहर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए 40 कंपनियों को बुलाया गया है। 5 एसपी, 25 डीएसपी, 40 इंस्पेक्टर लगाए गए हैं। करनाल, गुडगांव, रोहतक, हिसार, रेवाडी रेंज की फोर्स आई हुई है। 10 कंपनियों में बीएसएफ, सीआरपीएफ, आरएएफ, आईटीबीपी शामिल हैं। मेवात, भिवानी, रेलवे अंबाला, कैथल व पानीपत के एसपी लगाए गए हैं।
धरना स्थल को तीन भागों में बांटा
किसानों ने चौथे दिन धरना स्थल का तीन भागों में बांट लिया है। एक भाग महिलाओं को लिए अलग कर दिया है। दूसरे में मंच सजाया है। जहां पर माइक सैट, संचालक रहेंगे और वक्ता अपना भाषण देने के बाद पंडाल में चले जाएंगे। तीसरे भाग में धरने पर पहुंचे पुरुषों के लिए है।
किसानों ने तीसरे दिन आई धूप को देखते हुए चौथे दिन धरने पर पंखों की संख्या को बढ़ाया है। ताकि लोगों को बार-बार अपना पसीना न पोंछना पड़े और हाथ के पंखों से छुटकारा मिल सके।
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