उत्तर प्रदेश के किसानों को मुआवजा: कपास की फसल बरबादी का मुआवजा नहीं, पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश के किसानों को दिए 2.5 करोड़

उत्तर प्रदेश के किसानों को मुआवजा: कपास की फसल बरबादी का मुआवजा नहीं, पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश के किसानों को दिए 2.5 करोड़

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लुधियाना33 मिनट पहले

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उत्तर प्रदेश के किसानों को मुआवजा: कपास की फसल बरबादी का मुआवजा नहीं, पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश के किसानों को दिए 2.5 करोड़

लखीमखेरी में परिवार को चेक देते हुए कृषि मंत्री रणदीप सिंह।

पंजाब सरकार ने किए वादे के अनुसार लखीमपुर खीरी में हादसे के दौरान मारे गए पांच किसानों को ढ़ाई करोड़ रुपए के चेक दे दिए हैं। इसके लिए उत्तर प्रदेश में समारोह का आयोजन किया गया था। यहां पर कृषि मंत्री काका रणदीप सिंह पहुंचे और परिवारों को चेक दिए हैं। बता दें कि लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई घटना के दौरान चार किसानों व एक पत्रकार की मौत हो गई थी।

लखीमपुर खीरी में किसान के परिवार को चेक देते हुए कृषि मंत्री रणदीप सिंह।

लखीमपुर खीरी में किसान के परिवार को चेक देते हुए कृषि मंत्री रणदीप सिंह।

आरोप है कि केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे की गाड़ियों के काफिले ने किसानों को रोंद दिया। जिसमें दिलजीत सिंह, गुरविंदर सिंह, लवप्रीत सिंह, नछतर सिंह और पत्रकार रमन कश्यप शामिल हैं। इसके बाद पंजाब से कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने वहां पहुंचने का प्रयास किया था मगर उन्हें रास्ते में ही रुकना पड़ा था। इसके बाद राहुल गांधी, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लखीमपुर खीरी पहुंचे थे और वहां पर मृतक किसानों के परिजनों को पचास पचास लाख रुपए देने का एलान किया था। इसी बीच आज कृषि मंत्री ने यह एलान पूरा कर दिया है।

किसानों की सूची जिन्हें यह चेक दिए गए हैं।

किसानों की सूची जिन्हें यह चेक दिए गए हैं।

पंजाब के मृतक किसानों को मुआवजा नहीं देने पर घिर चुकी है सरकार
दिल्ली में चल रहे कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दस माह से प्रदर्शन चल रहा है। इसी दौरान ही आठ सौ से ज्यादा किसानों की मौत इस संघर्ष के कारण चली गई है। इसी को लेकर विरोधी मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कृषि मंत्री पर तंज कस रहे हैं। कहा जा रहा है कि पंजाब के किसानों को तो मुआवजा मिल नहीं रहा है और दूसरे राज्यों के किसानों की सुध लेने मुख्यमंत्री और कैबेनिट मंत्री तुरंत पहुंच जाते हैं। यही नहीं तरनतारन के दलित व्यक्ति की सिंघु पर हुई हत्या के मामले में भी मुख्यमंत्री द्वारा कोई ब्यान नहीं देने का भी विरोध हो चुका है।
कपास की फसल के मुआवले को लेकर आक्रामक है विरोधी पक्ष
मालवा में बड़े स्तर पर कपास की फसल को गुलाबी सुंडी ने नुकसान पहुंचाया है। शिरोमणि अकाली दल बादल की तरफ से मुद्दा उठाने के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी खुद मौके पर पहुंचे थे और जल्द मुआवजे का एलान किया था। मगर अभी तक गिरदावरी ही पूरी नहीं हो सकी है। जिस कारण पंजाब सरकार विरोधियों के निशाने पर है। शिरोमणि अकाली दल बादल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी सवाल उठाया है कि बड़े बड़े होर्डिंगस लगाकर किसानों कोा मुआवजा देने की बातें की जा रही हैं मगर हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।

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