इमरजेंसी हवाई पट्टी पर फाइटर प्लेन का ट्रायल: आज पाकिस्तान से सटी सीमा पर सुखोई, मिग और जगुआर उतरेंगे, पहली बार इमरजेंसी एयर स्ट्रिप पर उतरने वाले प्लेन में होंगे राजनाथ और गडकरी
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जयपुर27 मिनट पहले
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भारत-पाक बॉर्डर के बाड़मेर-जालोर जिले की सीमा पर अगड़ावा में रक्षा एवं ट्रांसपोर्ट मंत्रालय की पहली इमरजेंसी हवाई पट्टी का आज उद्घाटन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी शामिल होंगे। इस इमरजेंसी हवाई पट्टी पर गुरुवार को कई फाइटर प्लेन का ट्रायल होगा। पाकिस्तान बॉर्डर से सटी देश की यह पहली हवाई पट्टी है।
12 हाईवे तैयार किए जा रहे
इस हवाई पट्टी को बनाने में 33 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। एयरपोर्ट के अलावा पहली बार देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी किसी हवाई पट्टी पर उतरने वाले प्लेन में मौजूद रहेंगे। रक्षा और ट्रांसपोर्ट मंत्रालय के सहयोग से देश में इस तरह के करीब 12 हाईवे तैयार किए जा रहे हैं।
राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी एक साथ दिल्ली से रवाना होकर अगड़वा-जालोर इमरजेंसी हवाई पट्टी पर उतरेंगे। इसके बाद दोनों मंत्री इमरजेंसी हवाई पट्टी पर एयरक्राफ्ट ऑपरेशन और फाइटर विमानों का फ्लाईपास्ट देखेंगे। यह कार्यक्रम दोपहर में होना है।
करीब डेढ़ घंटे चलेगा कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान सुखोई एसयू-30, मिग और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान तेज गर्जना के साथ आपातकालीन हवाई पट्टी पर लैंडिंग करेंगे। यह कार्यक्रम दोपहर 11 बजे से 12:30 बजे तक चलेगा। इस कार्यक्रम के बाद राजनाथ और गडकरी हवाई पट्टी से रवाना होकर दोपहर 1.15 बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
इमरजेंसी हवाई पट्टी पर प्लेन की पार्किंग से लेकर वॉशरूम तक की सुविधा
बाड़मेर-जालोर जिले की सीमा अगड़ावा में बनी इमरजेंसी हवाई पट्टी वायुसेना के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए बनाई गई है। 32.95 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस हवाई पट्टी की 3 किमी. लंबाई और 33 मीटर चौड़ाई है। हवाई पट्टी के दोनों सिरों पर 40X180 मीटर आकार की दो पार्किंग भी बनाई गई हैं, ताकि लैंडिंग के बाद विमानों को पार्क किया जा सके।
इसके अलावा 25X65 मीटर आकार की एटीसी प्लिंथ का डबल मंजिला एटीसी केबिन के साथ निर्माण किया गया है जो पूरी तरह से वॉशरूम सुविधायुक्त है। इसके अलावा इमरजेंसी हवाई पट्टी के पास 3.5 किलोमीटर लंबी और 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई गई है।
इन देशों में भी हैं हाईवे इमरजेंसी हवाई पट्टी
जर्मनी, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, ताइवान, फिनलैंड, स्विटजरलैंड और सिंगापुर सहित कई देशों ने अपने राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे पर विमानों के उतरने और आपात स्थिति में उड़ान भरने के लिए ऐसी हवाई पट्टी बनाई हैं।
भारत में यह पहली इमरजेंसी हवाई पट्टी है, जो बनकर तैयार हो चुकी है। जबकि आंध्र प्रदेश में ऐसी दो, जबकि पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर एक-एक और हवाई पट्टी बनाई जा रही है।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हवाई पट्टी ऑपरेशनल है। जिस पर 2017 में वायुसेना ने ट्रायल किया था। भारत में ऐसे राजमार्ग पर करीब 12 जगह हवाई पट्टी बनाया जाना प्रस्तावित है, जिसमें कई जगह काम चल रहा है और कुछ जगह शुरू होना है।
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