अमेरिका में टूटेगा कोरोना का कहर, डेल्टा वेरिएंट खड़ी करेगा मुश्किल, डॉ फाउची ने चेताया
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अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर कम होने से देश में मास्क पहनने को ढील दे दी गई थी, लेकिन यूएस में वायरस का खतरा एक बार फिर बढ़ने वाला है। देश के शीर्ष कोरोना वायरस सलाहकार डॉ एंथोनी फाउची ने रविवार को कहा कि अमेरिका में “चीजें बदतर होने जा रही हैं।” क्योंकि यहां डेल्टा वेरिएंट के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। हालांकि अब कोरोना का प्रकोप बढ़ने के बाद भी शायद देश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। डॉ फाउची ने कहा है कि टीका न लगवाना कोरोना को फैलाने का सबसे अहम कारण होगा। अभी तक अमेरिका की कुल 49.5 प्रतिशत आबादी को ही टीका लगाया गया है। अमेरिका में वायरस के खतरे को देखते हुए विशेषज्ञों ने टीका लगवाने की सलाह दी है।
अमेरिका में वायरस का प्रकोप देखने को मिल सकता है। डॉ फाउची ने कहा, “चीजें बदतर होने वाली हैं। देश में 10 करोड़ लोग हैं, जो टीका लगवाने के योग्य हैं लेकिन उन्हें टीका नहीं लगा है। यह चिंता की बात है।” फाउची के मुताबिक देश को आने वाले समय में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में लॉकडाउन देखने को नहीं मिलेगा लेकिन भविष्य में हमें खराब समय देखने को मिल सकता है। क्योंकि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और इसलिए हम बार-बार कह रहे हैं कि वैक्सीन लगवाना बेहद जरूरी है।
द हिल ने बताया अमेरिका में COVID-19 संक्रमणों की संख्या हाल के हफ्तों में काफी हद तक डेल्टा वेरिएंट के कारण बढ़ी है, जो अब अमेरिका में प्रमुख तनाव है। हालांकि, मामलों ने मुख्य रूप से उन लोगों पर हमला किया है जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगाया गया है।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के अनुसार, अमेरिका में 164.4 मिलियन से अधिक लोगों को COVID-19 के खिलाफ टीका लगाया गया है, जो कुल आबादी के 49.5 प्रतिशत के बराबर है।
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