अब देश में बच्चों की वैक्सीन की बारी: 12 से 18 तक की उम्र वालों को स्वदेशी कोवैक्सिन दी जाएगी, DCGI ने इमरजेंसी यूज की दी मंजूरी
[ad_1]
- Hindi News
- Coronavirus
- Indigenous Covaxin Will Be Given To Those In The Age Group Of 12 To 18 Years, DCGI Approves Emergency Use
नई दिल्ली3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक की तरफ से तैयार की गई बच्चों की कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सिन के इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है। DGCI की मंजूरी के बाद भारत बायोटेक की वैक्सीन फिलहाल 12 से 18 साल तक के किशोरों को लगाई जा सकेगी। इधर, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी 15 से 18 साल के बच्चों को 3 जनवरी से टीका दिए जाने का ऐलान किया।
सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने तीसरी लहर की चेतावनी के बाद 12 मई को बच्चों पर कोवैक्सिन के ट्रायल की सिफारिश की थी। इसे मानते हुए DCGI ने ट्रायल की मंजूरी दी थी। भारत बायोटेक ने बच्चों पर कोवैक्सिन का ट्रायल जून में शुरू किया था।
बच्चों के लिए बनाई जा रही जायडस कैडिला की नीडल फ्री वैक्सीन ZyCoV-D को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। ZyCoV-D के बाद कोवैक्सिन देश की दूसरी वैक्सीन है, जिसे इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिली है।
पूनावाला बोले-अगले 6 महीनों में बच्चों की वैक्सीन उपलब्ध होगी
कोवीशील्ड की निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (CII) के CEO अदार पूनावाला ने पिछले महीने कहा था कि बच्चों के लिए वैक्सीन तैयार करने का काम भी तेजी से चल रहा है। पूनावाला ने स्पष्ट किया कि यह कोवीशील्ड नहीं बल्कि कोवावैक्स होगी। पूनावाला ने कहा कि कोवावैक्स अगले छह महीनों में उपलब्ध होगी। ट्रायल चल रहे हैं।
बच्चों पर और किस-किस वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है?
- 2-18 साल के 920 कैंडिडेट पर कोवैक्सिन के दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल जारी हैं। कोवैक्सिन के 2-6, 6-12 और 12-18 साल तक के बच्चों पर अलग-अलग ट्रायल चल रहे हैं।
- बायोलॉजिकल-E की वैक्सीन कोर्बेवैक्स के भी दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल जारी हैं। कंपनी 5-18 साल उम्र के 920 कैंडिडेट पर ट्रायल कर रही है।
- अमेरिकी वैक्सीन कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन भी दुनियाभर में बच्चों पर अपनी वैक्सीन का ट्रायल कर रही है। भारत में भी 12-17 साल के लोगों पर ये ट्रायल चल रहा है।
किन देशों में बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है?
दुनियाभर के 40 से भी ज्यादा देश अलग-अलग शर्तों के साथ बच्चों को कोरोना वैक्सीन दे रहे हैं। क्यूबा में 2 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है तो वहीं, साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस में 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन हो रहा है। अलग-अलग देशों में वैक्सीनेशन अलग-अलग शर्तों के साथ भी हो रहा है। कहीं केवल कोमोरबिडिटी वाले बच्चों को वैक्सीनेट किया जा रहा है, तो कहीं सभी को वैक्सीन लगाई जा रही है।
17 राज्यों में ओमिक्रॉन के 449 मामले
भारत में ओमीक्रोन के मामले शनिवार को 449 के आंकड़े पर पहुंच गया। अब तक 17 राज्यों में नए वैरिएंट के केस मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में 110 है। इसके बाद गुजरात में 49, राजस्थान में 43 और तेलंगाना में 41 नए वैरिएंट से संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। महाराष्ट्र में भी सबसे ज्यादा मामले मुंबई में सामने आ रहे हैं, जो सबसे बड़ी चिंता की बात है।
मुंबई में दूसरी लहर के बाद सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस
मुंबई और दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर के बाद पहली बार संक्रमण में अचानक से वृद्धि दर्ज की गई है। मुंबई में शनिवार को एक बार फिर 757 नए मामले दर्ज किए गए। 24 जून के बाद मुंबई में यह संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले गुरुवार और शुक्रवार को भी यहां 600 से ज्यादा केसेस मिले हैं।
इधर, दिल्ली में भी कोरोना की दूसरी लहर के बाद नए केसेस में अचानक से बढ़ोतरी देखने को मिली है। शुक्रवार को यहां कोरोना के 249 नए मामले मिले हैं। पिछले 6 महीने के बाद यहां 38% का इजाफा हुआ है। शुक्रवार को भी यहां 180 केस सामने आए थे।
[ad_2]
Source link