अफगानिस्तान पर दिल्ली में बैठक: 7 देशों के सुरक्षा सलाहकारों की मीटिंग शुरू, NSA डोभाल बोले- पड़ोसी देशों पर अफगान संकंट का ज्यादा असर
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नई दिल्ली44 मिनट पहले
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इस बैठक में ईरान, रूस के अलावा मध्य एशियाई देश ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान भी शामिल हुए हैं।
तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद पैदा हुए हालात को लेकर नई दिल्ली में 8 देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) की मीटिंग शुरू हो गई है। इस बैठक में ईरान, रूस के अलावा मध्य एशियाई देश ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान भी शामिल हुए हैं। मीटिंग में सभी देशों ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर चिंता जताई है और कहा है कि वहां से आतंक और ड्रग्स की तस्करी को रोका जाना चाहिए।
इस मीटिंग का नाम ‘दिल्ली रीजनल सिक्योरिटी डायलॉग ऑन अफगानिस्तान’ है। भारत इस NSA लेवल की बैठक का मेजबान है और इसकी अध्यक्षता भारत के NSA अजित डोभाल कर रहे हैं। इस बैठक में पाकिस्तान ने शामिल होने से मना कर दिया था। इसके साथ ही उसके खास दोस्त चीन ने भी शेड्यूल का बहाना बनाकर बैठक में आने से इनकार कर दिया है।
किस देश ने क्या कहा?
1. भारत
NSA अजीत डोभाल ने कहा कि यह क्षेत्रीय देशों के बीच सहयोग बढ़ाने का समय है। हमें भरोसा है कि इस बैठक में होने वाली बातचीत उपयोगी साबित होगी।
2. तुर्कमेनिस्तान
सिक्योरिटी काउंसिल के सेक्रेट्री चार्मीरत अमानोवी ने कहा कि इस बैठक के जरिए हम अफगानिस्तान में बने मौजूदा हालातों का समाधान निकाल सकते हैं और इलाके में शांति ला सकते हैं।
3. रूस
सिक्योरिटी काउंसिल के सेक्रेट्री निकोलाई पेत्रुशेव ने कहा कि अफगानिस्तान के मुद्दे को सुलझाने में ऐसी मीटिंग्स से मदद मिलेगी, जिसमें बहुत सारे पक्ष इकट्ठा हो रहे हैं। अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए हमें कोशिशें करनी चाहिए।
4. किर्गिस्तान
सिक्योरिटी काउंसिल के सेक्रेट्री मराट एम इमांकुलोव ने कहा कि आज हमारे क्षेत्र के साथ-साथ पूरी दुनिया के सामने मुश्किल हालात पैदा हो गए हैं। अफगानिस्तान में आतंकी संगठन एक्टिव हो रहे हैं। हमें अफगानिस्तान के लोगों की मदद करनी चाहिए।
5. ताजिकिस्तान
सिक्योरिटी काउंसिल के सेक्रेट्री नसरुल्लो रहमतजोन महमूदजोदा ने कहा कि पड़ोसी देश होने के नाते हम उन सभी कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए तैयार हैं जिससे अफगानिस्तान के लोगों की मदद हो सके। अफगानिस्तान के साथ हमारी लंबी सीमा है। अफगानिस्तान में जैसे हालात हैं, इससे हमारे देश में मादक पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद के लिए ज्यादा जोखिम की संभावनाएं पैदा होती हैं।
6. ईरान
सिक्योरिटी काउंसिल के सेक्रेट्री रियर एडमिरल अली शामखानी ने कहा कि हमारे सामने एक बड़ा प्रवासी संकट खड़ा हो गया है। अफगानिस्तान के सभी समूहों के लोगों को सरकार में शामिल करके ही इस परेशानी का हल निकाला जा सकता है।
7. कजाखस्तान
नेशनल सिक्योरिटी के अध्यक्ष करीम मासिमोव ने कहा कि अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर हम चिंतित हैं। वहां के लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। देश मानवीय संकट का सामना कर रहा है।
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