अकाली नेता बिक्रम मजीठिया अंडरग्राउंड: मोबाइल की लोकेशन से पंजाब पुलिस को गच्चा दे गए पूर्व मंत्री; गिरफ्तारी के लिए SIT की रेड
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चंडीगढ़10 मिनट पहले
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बिक्रम मजीठिया
पंजाब सरकार केस दर्ज करने वाली है, इसके बारे में पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम मजीठिया को पहले ही भनक लग चुकी थी। इसी वजह से वह मोबाइल लोकेशन से पंजाब पुलिस को गच्चा दे गए। जब टीम ने उनकी गिरफ्तारी के लिए रेड की तो मोबाइल तो मिला लेकिन मजीठिया वहां नहीं थे।
चुनाव की घोषणा में चंद दिन शेष देख पंजाब पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) लगातार मजीठिया की तलाश में रेड कर रही है। सरकार किसी तरह मजीठिया को गिरफ्तार कर नशे के मुद्दे पर अपनी सरकार का अक्स सुधारने की कोशिश कर रही है। वहीं, अकाली दल भी कानूनी रास्ते से मजीठिया के बचाव की कोशिश में जुट गया है।
केस दर्ज करते ही गिरफ्तार करने की थी योजना
पंजाब सरकार की योजना थी कि केस दर्ज करते ही मजीठिया को गिरफ्तार कर लिया जाए। इसके लिए उन्होंने मजीठिया के मोबाइल की लोकेशन को ट्रैक कर रखा था। जो लगातार उनके चंडीगढ़ स्थित सरकारी फ्लैट की लोकेशन बता रहा था। इससे सरकार को लग रहा था कि मजीठिया केस से बेखबर हैं और चंडीगढ़ में रुके हैं। हालांकि सोमवार आधी रात को केस दर्ज करने के बाद पुलिस की टीम ने वहां रेड की लेकिन मजीठिया की जगह सिर्फ उनका मोबाइल मिला।
3 मेंबरी SIT कर रही मजीठिया की तलाश
पंजाब पुलिस की 3 मेंबरी SIT मजीठिया की तलाश कर रही है। इसके लिए उन्हें अलग-अलग टीमें बनाकर दी गई हैं। इस एसआईटी की अगुवाई एआईजी बलराज सिंह कर रहे हैं जबकि उनके साथ डीएसपी राजेश कुमार और कुलवंत सिंह को शामिल किया गया है। टीम ने केस दर्ज करने के बाद एक साथ मजीठिया के दूसरे ठिकानों पर भी रेड की लेकिन वह नहीं मिले।
पंजाब पुलिस की सुरक्षा छोड़ चुके मजीठिया
सूत्रों की मानें तो मजीठिया ने पंजाब पुलिस की सुरक्षा पहले ही छोड़ दी थी। अकाली दल लगातार सरकार के भीतर उनके खिलाफ ड्रग्स केस में कार्रवाई पर नजर रख रहा था। जब ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के डायरेक्टर ADGP एसके अस्थाना का DGP को लिखा लेटर लीक हुआ तो मजीठिया समझ चुके थे कि उनके खिलाफ केस दर्ज करने की पूरी तैयारी है। इस लेटर में अस्थाना ने केस दर्ज करने में कानूनी अड़चन गिनाई थी। जिसके बाद ही मजीठिया केंद्रीय सुरक्षा बलों की सिक्योरिटी को साथ लेकर कहीं चले गए। हालांकि मजीठिया कहां है, इसके बारे में पुलिस लगातार पड़ताल करने में जुटी हुई है।
चुनाव के वक्त अकाली दल की मुश्किल बढ़ी
पंजाब में किसी भी वक्त विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। ऐसे में प्रचार की जगह कांग्रेस सरकार ने उनके लिए नई चिंता खड़ी कर दी है। वहीं, मजीठिया के प्रचार से दूर होने का भी अकाली दल को नुकसान होना तय है। हालांकि अकाली दल इस मामले में अग्रिम जमानत की भी कोशिश करेगा ताकि मजीठिया फिर से खुलकर चुनावी सियासत कर सकें।
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